Amar Ujala Samvad: नौ गोलियों से छलनी हुआ शरीर, फिर भी बना रहा हौसला, जानें पद्मश्री मुरलीकांत पेटकर की कहानी

मुरली पेटकर का जन्म महाराष्ट्र के सांगली जिले के पेठ इस्लामपुर गांव में एक नवंबर, 1944 को हुआ था। उन्हें बचपन से ही खेल-कूद का शौक था। पढ़ाई के समय वह अक्सर खेलने के लिए मैदान पहुंच जाते थे। 

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