मुख्तार का ऐसा था रुतबा: जेल में भी साथ रह लेती थी पत्नी आफ्शा, अब पति के शव का दीदार भी नसीब नहीं

समय का चक्र ऐसा बदला कि आफ्शा अपने पति की मौत के बाद शव का आखिरी दीदार तक नहीं कर पा रही।

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